14 देख हमर भाइ-भैयासब, कोढिया लोकसबके चेताबनी दहै, हरेस खाल लोकसबके साहस दहै, कमजोर लोकसबके मदत कर आ सबगोरासे सैहके रह कहैके हमसब तोरासबके बिन्ती करैचियौ।
नै त उ सरल नरकटके तोरतै आ नै मिरी-मिरी बरैबला डिबियाके बुतेतै। अन्तमे उ नियाइके जितमे पुगेतै।
महज तोहर बिस्बास नै डगमगावे कैहके हम तोहर लेल परथना करनेचियौ आ फेनो तु हमर दिसन घुइमके एलाकेबाद तोहर भाइसबके अस्थिर करा।”
कथिलेत हम परमेस्वरके सरा योजना सुनाबैले पछामाथे नै ताकलियौ।
तै खातिर होसियार रह, कि हम तिन बरिसतक दिन-रात लोर बह्या-बह्याके लोकसबके समझाइते रहलियौ।
हम आपन सबकाम तोरासबके कैरके देखा देलियौ कि, तुहुसब अहिनङे मेहनत कैरके कमजोरसबके मदत कर आ परभु येसुके कहल बचन याद कर जे उ आपनेसे कहनेछै, ‘लेनाइ से देनाइ मे आसिस छै।’”
तैल्याके हे भाइ-भैयासब, परमेस्वरके दयाके धियानमे राइखके हम तोरासबके बिन्ती करैचियौ, तुसब आत्मिक आराधनाके रुपमे आपन-आपन देहके पबितर आ परमेस्वरके मनपरैबला जिबित बलीके रुपमे चरहा। ओकर आराधना करैबला सहि तरिका एह्या चियै।
बिस्बासमे कमजोर भेल्हा लोकसबके सुइकार कर आ उसब जे बिचार करने छै, तैमे दोस लग्याके ओइसबसङे तरक नै कर।
हम तोरासबके लाजमे पारैके लेल नै, महज हमर पिरिय बालकसब जखा चेताबनी दैले यि बात लिखैचियौ।
महज सब बिस्बासी लोकके यि ग्यान नै हैछै। ओकरासबके मुरतिपुजाके आदत भेलाके कारन अखुन्तो मुरुतिके चरह्याल चिज खाइछै त साँचोके मुरुतिके चरह्याल चिज खाइचियै कैहके ठानैछै। ओइसबके मनमे एहेन गलत बिचार भेलाके कारन उ खेलासे “हम असुध भेलियै” कैहके ठानैछै।
महज पबितर आत्माके फलसब- परेम, आनन्द, सान्ती, धिरज, दया, भलाइ, बिस्वस्तता,
सबदिन नर्म, सोझ आ धिरजी भ्याके एक-दोसरके परेम कर।
महज एक-दोसरके दया देखा। जनङ परमेस्वर तोरासबके खिरिस्टमे छमा करल्कौ तहिनङे तुहुसब एक-दोसरके छमा कर।
तैखातिर हमसब ग्यानमे सबलोकके चेताबनी आ सिक्छा दैत खिरिस्टके बारेमे परचार करैचियौ ताकी सबलोकके खिरिस्टमे परिपक बन्याके परमेस्वरके अगा लाबैले सकी।
तैयो ओकरा दुस्मन नै मान, महज एकटा भाइ माइनके चेताबनी दहै।
महज उ मारपिट नै करैबला, दाखमध नै पिये बला, रिस नै करैबला, सान्त स्वभाबके आ पैसाके लोभ नै करैबला हैकेचाही।
महज तु परमेस्वरके जन भेलाके कारन यि बातसबसे दुरे रहिहे। तु परमेस्वरके निक लागैबला धारमिक जिबन जिहे आ बिस्बास योग्य, परेम, धिरज आ नमरतामे आपन मन लगा।
परमेस्वरके बचन सुना। बेलोमे कुबेलोमे सुसमाचार सुनाइले नै छोर। पुरा-पुरी धिरजसे लोकसबके सम्झा, चेताबनी दहै आ असल सिक्छासे हिम्मत बरहा।
कथिलेकी बहुतो एहेन लोकसब रहै जेसब अगुवासबके अधिनमे रहैले नै मानै, बेरथके बात करै आ दोसरके धोखा दैछै। खास कैरके त खतना हैकेचाही कहैबलासब ओहेन हैछै।
मन्डलीके एल्डरसब निरदोस जिबन बिताइबला आ एकेटा घरबाली भेल लोक रहैके चाही। ओकर बेटा-बेटी बिस्बासी, असल चरितर आ कहल मानैबला हैकेचाही।
अहैलेल थाकल हाथसब उठा आ दुरबल ठेहुनाके बौकार बना।
तुसब आपने जहलमे परल जखा जहलमे परलहासबके तुसब वास्ता कर। आपने दुख भोगल जखा अतियाचारमे परलहासबके याद कर कथिलेकी तुहुसब सरिरमे चिही।