हमर उटकट इक्छा आ आसा यि चियै कि हम कहियो लज्जित नै हेबै महज हमरमे परसस्त साहस हेतै। चाहे हम बाच्बै या मरबै सबदिन जखा अखुनो हमर जिबनसे खिरिस्ट सम्मानित हेबे।
तब अहै खातिर हम दुख उठाइचियै। महज यि बातके खातिर हम लाज नै मानैचियै, कथिलेत हम ककर उपर बिस्बास करनेचियै से हम निकसे जानैचियै। हम जे कुछ परमेस्वरके सौपने चियै, उ आपन आबैबला दिनतक सुरक्छित राख्तै कैहके पुरा भरोसा छै।