10 कि उ अपनासबके लेल नै कहनेछै? हँ, यि साँचोके अपनेसबके लेल लिखने छै। कथिलेत हर जोतैबला आ दौनी करैबला अनके कुछ हिसा पाब्बै तकर आसमे काम करैछै।
यदी परमेस्वर उ बिपतके दिन कम नै करतै त लोकसब कोइ नै जिबित रहतै, महज परमेस्वर आपन छानल लोकसबके खातिर यि दिन कम कैरदेतै।
पबितर धरमसास्तरमे पहिने लिखल बातसब अपनासबके सिक्छा दैकेलेल छेलै। धरमसास्तरमे भेल बातसे अपनासबके सहैबला सक्ति आ हौसला दैछै ताकी अपनासबके आसा बनल रहे।
कथिलेत सङे-सङे हमसब परमेस्वरके काम करैबला चियै आ तुसब परमेस्वरके खेत आ घर चिही।
यि सब तोरेसबके हितके लेल भेल छै, कथिलेकी जतेक बहुत लोकसब परमेस्वरके अनुगरह पाबतै ओतेक बहुत परमेस्वरके महिमाके लेल ओकरा धन्यबाद दैबला काम हेतै।
जे गिरहत घाम-पसिना चुबाके मेहनत करैछै, उबजल बालीके पहिन्का हिस्सा ओकरे मिलैके चाही।