1 आब हम तोरासबके लिखल चिठीमे, “लोक बियाह नै करनाइ असल चियै” पुछलहा बातके बारेमे कहैचियौ।
बेबिचारमे फसैबला अबस्था अनेक भेलाके कारन सब पुरुख लोकके आपन-आपन घरबाली हेबे आ सब जनिके आपन-आपन घरबला हेबे।
आब हम बियाह नै करलाहासब आ बिधुवासबके कहैचियौ, कि तुसब हमरे जखा बियाह नै करबिही त असल हेतौ।