13 कोइ कहैछै, “भोजन पेटके लेल आ पेट भोजनके लेल चियै।” महज परमेस्वर दुनुके नास करतै। लोकके देह बेबिचारके लेल नै, महज परभुके लेल चियै आ देहके लेल आबस्यक चिज परभुवे बन्दोबस करैछै।
कि तुसब नै देखैचिही, जे लोकके मुहसे भितर जाइछै, तब उ पेटमे ज्याके देहसे बाहर निकैल जाइछै।
अहै बातसबसे लोकके असुध बनाइछै। महज हाथ नै धुवाके खेलासे असुध नै करैछै।”
उ त ओकर हिरदयमे नै महज पेटमे ज्याके बाहर निकैल जाइछै।” (अहिनङे येसु सब खाइबला खानाके सुध चियै कैहके समझेल्कै।)
नास हैबला भोजनके खातिर मेहनत नै कर महज अनन्त जिबन तक रहैबला भोजनके लेल मेहनत कर, जे मानबके बेटा तोरासबके देतौ। कथिलेत परमेस्वर पिता ओकर उपर आपन छाप लगादेनेछै।”
तोरासबके पुरखा उजार जगहमे मन्न खेल्कौ, तैयो उसब मैरगेलौ।
तैल्याके हे भाइ-भैयासब, परमेस्वरके दयाके धियानमे राइखके हम तोरासबके बिन्ती करैचियौ, तुसब आत्मिक आराधनाके रुपमे आपन-आपन देहके पबितर आ परमेस्वरके मनपरैबला जिबित बलीके रुपमे चरहा। ओकर आराधना करैबला सहि तरिका एह्या चियै।
कथिलेत परमेस्वरके राज खाइ-पियैबला चिज नै, महज पबितर आत्मासे आबैबला धारमिकता, सान्ती आ आनन्द चियै।
अहैलेल देहके अभिलासा अनुसार चलैले नै परे कैहके तोरासबके मरनसिल देहमे पापके अधिन करैले नै दहै।
अहैलेल हे हमर भाइ-भैयासब, तुसब खिरिस्टसङे बेबस्थाके लेल मरल चिही त तुसब सेहो खिरिस्टेसङे मरलसे जिबित भ्याके एक भेलचिही, ताकी अपनासब परमेस्वरके लेल असल काम करैले सकी।
तुसब परमेस्वरके मन्दिर चिही आ परमेस्वरके आत्मा तोरासबमे बास करैछौ, कि तुसब नै जानैचिही?
तोरासबके देह खिरिस्टके अङ्गसब चियौ कैहके कि तोरासबके थाह नै छौ? कि हम खिरिस्टके अङ्गसब ल्याके बेस्यासबके अङ्ग बनाइबै? एहेन कहियो नै हेबे!
तोरासबके देह पबितर आत्माके मन्दिर चियौ, जे पबितर आत्मा तुसब परमेस्वरसे पाबनेचिही आ उ तोरासबमे बास करैछौ, से बात तोरासबके थाह नै छौ? तुसब स्वयम आपने नै चिही।
परमेस्वर तोरासबके करल वास्ता जखा हम्हु तोरासबके वास्ता करैचियौ, कथिलेकी हम त एक मातरे बर खिरिस्टसङे तोरासबके बियाह कैरदैके परतिग्या करनेचियौ। ओहैसे तोरासबके ओकर पबितर कुमाइर कनियाके रुपमे कनियादान करैके बिचार करनेचियौ।
उ सबके लेल मरलै, ताकि बाचैबलासब आबसे आपने लेल नै बाच्तै, महज ओकरलेल बाँचे, जे ओकरासबके खातिर मरलै आ फेनसे जिबित भ्याके उठ्यालगेलै।
महज उसब, जे खिरिस्ट येसुके चियै, उसब आपन पाप स्वभाबके इक्छा आ ललसा कुरूसमे काटी ठोइकके मारनेछै।
कथिलेत घरबला घरबालीके सिर चियै, जनङ खिरिस्ट मन्डलीके सिर चियै, जे मन्डली ओकर देह आ उ स्वयम मन्डलीके मुक्ती दैबला चियै।