फरिसी ठार भ्याके परथना करल्कै, ‘हे परमेस्वर, हम अहाँके धन्यबाद चरहाइचियै कथिलेत हम औरो लोकसब जखा लोभी, पापी, बेबिचारी आ यि बटीयो उठाइबला जखा नै चियै।
कि अधरमी लोकसब परमेस्वरके राजमे ढुकैले नै सक्तै कैहके तोरासबके थाह नै छौ? अइ बातके गम्भिर रुपसे ले आ तुसब आपनेके धोखा नै दहै, कथिलेत अनैतिक काम करैबला, मुरतिपुजा करैबला, बेबिचार करैबला, समलिङगिसब, पुरुखगामीसब,
महज डरपोकसब, बिस्बास नै करैबलासब, घिनलागैबला काम करैबलासब, हतियारासब, बेबिचारीसब, जादु-टोना करैबलासब, मुरती पुजा करैबलासब आ झुठ बोलैबलासबके ठाम त आइग आ गन्धक बरैबला भठिमे हेतै। यि दोसर मिरतु चियै।”