11 हमसब अखुन्तो भुखल आ पियासल चियै, फाटल-चिटल बस्तर पिन्हैचियै आ मार-पिट खाइचियै आ हमरासबके रहैबला घरो-दुवार नै छै।
तब येसु ओकरा कहल्कै, “देख, नरहियाके सोहैन छै आ चिरै-चुरगुनसबके खोता छै महज मानबके बेटाके त मुर राखैके ठामोतक नै छै।”
तकरबाद कुछ यहुदीसब एन्टिओखिया आ आइकोनियनसे ओते एलै आ लोकसबके आपन पक्छमे कैरके पावल उपर पथलबाही कराइल्कै। उ मरगेल हेतै कैहके ओकरा घिस्याइत लज्याके सहरसे बाहर फेकदेल्कै।
ओइसबके बहौत मार-पिट करलाके बाद जहलमे ढोइक देल्कै आ जहलके हाकिम ओकरासबके नजैरसे दुर नै हेबे कैहके आग्या देल्कै।
यि बात सुइनके परधान पुजारी हननिया ओकर लगमे ठारभेल लोकसबके आदेस दैत कहल्कै, “पावलके मुहमे थापर लगा।”
कोन बातसे अपनासबके खिरिस्टके परेमसे अलग करैले सक्तै? अपनासबके दुख, कठिनाइ, सताबट, नाङट आ भुखल रहैबला अबस्था आबैले सक्तै। अपनासब कोनो भारी बिपतमे या मरैयोले सक्बै महज यि कोनो चिजसे अपनासबके खिरिस्टके परेमसे अलग करैले नै सक्तै।
कि हमरासबके खाइ-पियैके अधिकार नै छै?
कथिलेकी कोइ तोरासबके दास बनाइछौ, तोरासबके सोसन करैछौ, तोरासबसे फाइदा उठाइछौ, तोरासबके अगा धाख लगाइछौ आ तोरासबके गालमे थपराइछौ तैयो तुसब सब सहैचिही।
हमसब चारु दिसनसे कस्ट भोइगरहलचियै, महज गुन्डीमिसान नै भेलचियै। दोधारमे परलचियै, महज निरास नै भेलचियै।
चाहे अभाब हेबे चाहे परसस्त हेबे कनङके जिबन चलाइबै से बात हम सिखने चियै। अघाएलमे हेबे या भुखाएलमे हेबे, भरपुरीमे हेबे या कमीमे हेबे, कोनोभी परिस्थितीमे सन्तुस्ट रहैले हम सिखने चियै
हम एन्टिओखिया, आइकोनियन आ लुस्तरा सहरमे केहन-केहन दुख भोगे परलै, से बात तु निक जखा जानैचिही। महज परभु हमरा ओइ सब आफत-बिपतसबसे बचेल्कै।