1 यरुसलेममे रहल परमेस्वरके जनसबके लेल भेटी जम्मा करैके बिसयमे हम गलातियाके मन्डलीसबके जे कहने छेलियौ तहिनङे तुहुसब कर।
उसबमेसे अगाबस नाम भेल एकटा लोक खरा भ्याके पबितर आत्माके अगुवाइमे भबिसबानी करैत बाज्लै, “सरा सन्सारमे रौदी हेतौ।” (उ रौदी क्लौडियसके पालीमे भेलै।)
अहिनङे उसब उठेल्हा पैसा बरनाबास आ साउलके हाथे यरुसलेम मन्डलीके रेखदेख करैबलासबके पठादेल्कै।
पबितर आत्मासे एसियाके परदेसमे बचन परचार करैले मनाही भेलाके कारन उसब फिरिगिया इलाका आ गलातियाके परदेससब हैतगेलै।
कुछदिन तक ओतै रहलै। तकरबाद फेनो उ गलातिया आ फिरिगिया इलाकाके ठामसब हैत, सब ठाममे रहल परभुके बिस्बासीसबके बिस्बासमे बलगर बनाइत गेलै।
“बहुत बरिस बितलाकेबाद हम आपन जातीके भाइ-भैयारीसबके दान आ परमेस्वरके भेटी चरहाबैके लेल यरुसलेम एल छेलियै।
महज हननिया कहल्कै, “परभु, यि लोक यरुसलेममे अहाँके चेलासबके बहौत दुख देनेछै से हम बहौत लोकसबसे सुन्नेचियै।
पतरुस तबिताके हाथ पकैरके उठेल्कै। तब बिस्बासीसब आ बिधुवासबके बोलाइल्कै आ ओइसबके जिते छै कैहके देखेल्कै।
खिरिस्टके पबितर जनसबके खाचोमे मदत कर आ घरमे एल मेजमानसबके सेबा-सत्कार कर।
यदि कोइ भुख्याल चिही त, उ आपन घरमे खेबे। ताकि तुसब एकसाथ भेला हेब्ही त दोसी नै ठहरबिही। औरो बातके बारेमे हम तोरासबलग एबौ त आदेस देबौ।
भाइसब तोरासबके थाहे छौ, कि स्तिफनासके परिबार अखैयामे बिस्बास करैबलासबमेसे पहिल्का चियै। उसब परमेस्वरके जनसबके सेबामे अपनाके अरपन करने छै।
अहैसे हम तोरासबलग तिमोथीके पठाबैचियै। उ परभुमे हमर पिरिय आ बिस्बासयोग्य बेटा चियै। हम सबठाम आ मन्डलीमे सिख्याल अनुसार खिरिस्ट येसुमे हमर जिबन केहन छेलै, से बात उ तोरासबके बतेतौ।
हम आ हमरसङे भेल सब भाइ-भैयारीसबके तरफसे गलातिया परदेसके मन्डलीसबके यि चिठी लिखैचियौ।
उसब गरिबसबके याद कर कैहके मातरे हमरासबके समझाइल्कै आ हम ओहिनङे करैले चाहैछेलियै।
कथिलेकी परभु येसुमे करल तोहर बिस्बासके बिसयमे आ परमेस्वरके जनसबमे करल तोहर परेमके बारेमे हम सुनैतरहैचियौ।
हे हमर भाइ, तोहर परेमसे हम बहौत आनन्द आ सानत्वना पाबनेचियै, कथिलेकी तोहरसे परमेस्वरके जनसबके हिरदय फेनसे तजा भेल छै।
तुसब परमेस्वरके लोकसबके सेबा कैरते परमेस्वर परती आपन परेम देखाइनेचिही आ अखुनो अहिनङ सेबा करैत आइबरहलचिही। परमेस्वर अनियाय नै करैछै। तोरासबके करल यि सेबा आ परेमके उ कहियो नै बिसरतै।
जे लोकसङे सन्सारके धन-सम्पैत छै, महज आपन भाइके घटि-कमीमे देखभाल करैले मन कठोर करैछै त वेहन लोक परमेस्वरके कनङ परेम करे सक्तै?