8 सबसे पछा, समय नै पुगल अबस्थामे जलमल लोक जखा हमरो लग परभु परगट भेलै।
एक रात परभु पावलके दरसन दैत कहल्कै, “ककरोसे नै डेरा, चुप-चाप नै रह, सुसमाचार परचार करैतरह।
तकरबाद उ हमरा कहल्कै, ‘अपनासबके पुरखाके परमेस्वर आपन इक्छा अहाँके बुझहाइले, आपन धारमिक सेबकके देखाबैले आ आपन मुहके बात सुनाबैले पहिनेसे अहाँके चुन्नेछै।
आ परभुके दरसन पाबलियै तब दरसनमे परभु हमरा कहल्कै, ‘हबर-हबर यरुसलेमसे जल्दीए चैल जो कथिलेत लोकसब हमर बारेमे देल तोहर गबाही नै सुइकारतौ।’
“हम ओते जाइत जाइत दिनके दुपहर भेल छेलै, हम दमस्कस लग आइब गेलछेलियै तहै बखत अकाससे अचानक एकटा बरका इजोत हमर चारुकात चम्कलै।
“अहिनङ मुख पुजारीसबसे अधिकार आ आग्या पाइबके हम दमस्कस सहर दिसन गेलियै।
आब उठ! आपन टाङ पर ठार हो, हम तोरा दरसन अइलेल देलियौ जे हम तोरा सेबक आ हमर गबाही दैबला लोक बनाबी आ जे कुछो हमर बिसयमे देखने चिही आ जे कुछो हम तोरा देखाइबौ ओकर तु साक्छी हेब्ही।
तब हननिया गेलै आ ओइ घरमे ढुइकके साउल उपर हाथ राइखके कहल्कै, “भाइ साउल, तोहे आबैतखिना जे परभु येसु तोरा रस्तामे दरसन देने छेलौ, ओह्या हमरा तोहर खातिर तु देखे पाबबिही आ पबितर आत्मासे भरपुर हेब्ही कैहके हमरा पठाइने छै।”
कि हम स्वतन्तर नै चियै से? कि हम परेरित नै चियै से? कि हम परभु येसु खिरिस्टके नै देखलियै से? कि तुसब परभुमे हमर कामके परतिफल नै चिही से?