49 जहिनङे हमसब अखुन माटीसे बनल लोकके रुपमे धारन करनेचियै, तहिनङे एक दिन हमसब स्वरगके लोकके रुपमे धारन करबै।
परमेस्वर सन्सार बनाबैसे पहिने ओकरासबके चिन्हने छेलै आ उसब ओकर बेटा येसु खिरिस्ट जखा बने आ उ सब भाइ-भैयासबसे जेठ हेबे कैहके चुनल्कै।
हमरासबके नै झापले चेहरासे परभुके महिमाके झलकाइचियै। परभु आत्मा चियै आ उ अपनासबके औरो आपनलखा महिमामय रुपमे परिबरतन कैरतेजेतै।
पिरिय सङिसब, अखुन अपनासब परमेस्वरके बेटा-बेटी चियै। महज पाछे कथी हेबै से अखुन तलिक जानकारी नै देनेछै। खिरिस्ट एलाकेबाद अपनोसब ओकरे जखा हेबै कथिलेत उ जैहनङ छै, अपनासब तैहनङे देख्बै।
तब धरमी लोकसब आपन पिताके राजमे सुरुज जखा चम्कतै। जकरा कान छै, उ धियानसे सुइनके बुझ।
उ आपन सक्तीसे सब चिजके आपन अधिनमे लाबेसकैछै। ओकर यि सक्तीसे अपनासबके यि मैर जाइबला देहके ओकर आपन महिमाके देह जखा हैले परिबरतन कैरदेतै।