32 लोकसबके हिसाबसे कहैचियौ त, एफिसस सहरमे हम जङली जानबरसब जखा लोकसबसङे लराइ कैरके हमरा कि फैदा भेलै? यदि मरल लोक जीके नै उठैछै त “खो आ पि, कथिलेत हमसब त काइल मैर जेबै।”
हे हमर पिरिय भाइ-भैयासब, आब हम तोरासबके दिनदिनके जिबनसे एकटा उदाहरन द्यारहलचियौ। लोकसबके बिचमे कोनो करार एकबेर पक्का भेलाकेबाद कोइने एकरा रद कैरसकैछै आ नै त अइमे किछो थप-घट कैरसकैछै।