12 परमेस्वर खिरिस्टके मरलसे जीयाके उठेल्कै कैहके हमसब परचार करैचियै त, कनङके तोरासबमेसे कोइ-कोइ मरल लोक जीके नै उठतै कहैचिही?
लोकसब मैरके जि उठैछै से बात सुइनके ओतेका कतहेक लोक पावलके मजाक उराइल्कै। महज कोइ-कोइ कहल्कै, “यि बात फेनो हमसब सुनैले चाहैचियै।”
(कथिलेत सदुकीसब मरल लोकसब फेनो जिबित हैछै, स्वरगदुतसब आ आत्मासब छै कैहके बिस्बास नै करैछेलै महज फरिसीसब यि बातमे बिस्बास करैछेलै।)
परमेस्वर मरलहासबके जियाइछै तै बातमे अहाँसब कथिले बिस्बास नै करैचियै?
तैखातिर चाहे हम, चाहे औरो परेरितसब, हमसब ओह्या परचार करैचियै, ओइमे तुसब बिस्बास करनेचिही।
तोरासबके ओकरेसबसे सब असल काममे साहस आ बचनमे सक्ती मिले।
उसब सच बातसे दुर भटकल घुरैछै। लोकसब मैरके जि उठैबला काम पैहने भ्यागेल्छै, कैहके कतहेक लोकके बिस्बासके बिगाइर देने छै।