अहैलेल हे हमर पिरिय सङीसब, परमेस्वर अपनासबके देल यि परतिग्या अनुसार देह आ आत्माके असुध बनाबैबला हर किसिमके बातसे अपनासब दुरे रह आ परमेस्वरके डर मानैत औरो पबितर हैत चल।
हे पिरिय भाइसब, यि सन्सारमे तुसब बिदेसी आ परदेसी जखा चिही। हम तोरासबके बिन्ती करैचियौ, देहके अधलाह इक्छासब पुरा करै दिसन नै लाग। एहेन परकारके इक्छासब तोरासबके आत्माके बिरोधमे उठतौ।
महज डरपोकसब, बिस्बास नै करैबलासब, घिनलागैबला काम करैबलासब, हतियारासब, बेबिचारीसब, जादु-टोना करैबलासब, मुरती पुजा करैबलासब आ झुठ बोलैबलासबके ठाम त आइग आ गन्धक बरैबला भठिमे हेतै। यि दोसर मिरतु चियै।”