“तेबे हुन डेबरी बाट चो बितामन ले बलेदे, ‘हे सराप पड़लो लोगमन, मोचो पुरे ले हुन नी सरतो आईग ने जाते जाआ, जोन शयतान आउर हुनचो दूतमन चो काजे तिआर करा गेली से।
हुनचो सुपा हुनचो हाथ ने आसे, आउर हुन आपलो बेड़ा अच्छा रीति ले साफ करेदे, आउर आपलो गऊँ के तो कोटार ने रूंड़ा करेदे, मान्तर भुसा के हुन आईग ने जलायदे जोन लिबतो बिती नुआय।”
अगर तुचो पाँय तुके ठोकरना खुआ ये दे तेबे हुनके गोंदुन पकाव। खोड़ीया होऊन भाती जीवना ने ओलतोर तुचो काजे ऐचो ले अच्छा आय कि दुय पाँय रते-रते नरक ने पकाया जासे।