जिदलदाय हुनमन आपस ने गोटक मत नी होला, तेबे पौलुस चो ऐ गोठ के बोलतो के जाते गेला, पवितर आत्मा यशाया अगम गिआनी चो बाटले तुमचो बुआ दादीमन ले ठीक ची बल्लो,
मान्तर आत्मा छुकछुका ले बले से कि ऐतो बिती समयामन ने कितलो लोग भरमातो बिती आत्मामन, आउर दुष्टआत्मामन चो सिक्यामन थाने मन लगाऊन भाती बिश्वास ले भहकुन जादे।