प्रेरितो 27:41 - Halbi41 मान्तर दुय समुन्द चो जोड़ान चो जगा पडुन भाती हुनमन जाहाज के टेकाला, आउर गलही तो धुनकी होऊन गड़ली आउर गुचुक नी सकली; मान्तर जाहाज चो पाटकुती हरलामन चो बल ले टुटुक मुरयाली। အခန်းကိုကြည့်ပါ။परमेस्वर को सच्चो वचन ख जाननू41 पर दो समुंदर को एक जगा मिलन की जगह देख ख उनना नाव को टिकायो, अर गलही तो धक्का खा ख गड़ गई अर टल नी सकी; पर पिच्छु की लहर हुन को हिसाब से टुटन लगी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |