प्रेरितो 2:46 - Halbi46 हुनमन रोजे दिना गोटक मन होऊन भाती मंदिर ने रूंड़ा होते रवत, आउर घरे-घरे रोटी टुटाते-टुटाते हरिक आउर मन चो सोज ले भात खाते रवत, အခန်းကိုကြည့်ပါ။परमेस्वर को सच्चो वचन ख जाननू46 वी दिन प्रति वे मन्दिर म समूह म मिलत रह वी अपनो घर हुन म संग म खाना बाँट ख उदार मन से खुसी को संग मिल जुल ख खावत हता, အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |