रोमियों 11:20 - गढवली नयो नियम20 यु सच च, उ त अविश्वास का कारण तुड़ै गै, पर तु विश्वास मा बणयूं रौंदी इलै घमंडी नि हो, पर डौर मांण, အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali20 त मेरी ईं बात तैं समझा, चला मणदा छां कि वु लोग बिस्वास नि करण की वजै से काटी के ढुळै गैनी, अर तुम लोग बिस्वास करण की वजै से वेमा बणयां छाँ, त सुणा, बड़ु मोन नि कैरा बल्किन मा पिता परमेस्वर पर अपणी पूरि सरदा बणै के रखा। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
मि या छुटी सी चिठ्ठी सिलवानुस (सिलास) का मदद ल लिखणु अर तुम तैं भिजणु छो। मि वे तैं मसीह मा एक विश्वासयोग्य भैय का रूप मा मंणदु छो। मेरू यु तैं लिखणौं को उद्देश्य तुम तैं उत्साहित कन अर तुम तैं आश्वस्त कन कि जु कुछ भि तुम अनुभव कना छा उ वास्तव मा तुम्हरा प्रति पिता परमेश्वर की कृपा को हिस्सा च। ईं कृपा मा स्थिर रावा।