रोमियों 11:16 - गढवली नयो नियम16 जब हम रुट्टि बनांणु कु आटो उलदयां, त हम परमेश्वर तैं दींणु कु मुठी भर आटो लींदयां अर उ पवित्र हवे जांद। जु उ एक मुठी पिता परमेश्वर कु पवित्र च, त यांको मतलब च की पूरो आटो भि वेकु पवित्र च; अर जब जौड़ो पवित्र ठैरी, त फौंकी भि इन ही होली। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali16 अर अब मि तुमतै उदारण देके बतौन्दु, कि जब फसल को पैलु हिस्सा परमेस्वर तैं अरपण मा चड़ये जान्दु, त पूरि फसल पवित्र ठैरैईं जान्दी। ठिक उन्नि कै डाळा का जलुड़ा पवित्र छिन, त पूरु डाळु पवित्र ठैरि जान्दु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर उ भस दुनिया ही न जु कि कणांणी च, न पर हम भि, जै मा हूंण वली बडै का पैली बट्टी स्वाद चखण का रूप मा पवित्र आत्मा कु निवास च, अफी अपड़ा मा कणांणी च; हम भि वे दिन कु उत्सुकता का दगड़ी जग्वाल कना छा जब परमेश्वर हम तैं अपड़ा गोद लियां बच्चों का रूप मा हम तैं पूरो हक दयालो, मतलब की अपड़ा देह का छुटकारा की जग्वाल कना छा।
किलैकि जु तुम एक विश्वासी जनन छा जु अविश्वासी आदिम दगड़ी रौंदां, त तुम्हरो आदिम भि तुम्हरा विश्वासी हूंणा का कारण प्रभु कु च; अर जु तुम एक इन विश्वासी आदिम छा, जु अविश्वासी जनन दगड़ी रौंदो, त व जनन भि विश्वासी हूंणा का कारण प्रभु की च। जु यु सच नि हूंद कि अविश्वासी आदिम अर जनन पिता परमेश्वर का छिनी, त ऊंका बच्चा भि पिता परमेश्वर का नि हूंदा अर अशुद्ध हूंदा। पर अब तुम्हरा बच्चा भि पिता परमेश्वर का छिनी।
यु उ छिनी जु पवित्र जीवन तैं ज्यन्दींनि। यु ऊं लुखुं का जन छिनी जौनु एक बार भि नाजायज सम्बन्ध नि बणैंनि अर न ही ऊंल कभी कै चीज कि पूजा कैरी, उ भस चिनखो ही जंणद कि जख कखी चिनखो जांद, यु लोग वेका ही पिछनै औंदींनि। यु उ छिनी जौं तैं धरती का सभि आदमियों बट्टी अलग किये गै। जन लोग अपड़ा पुंगड़ो की फसल कु सबसे अच्छो भाग पिता परमेश्वर तैं दींदिनि उन ही यु लोग भि अपड़ा जीवन तैं पूरी पवित्रता का दगड़ी पिता परमेश्वर अर चिनखा तैं दींदिनि।