दिब्य दरस 7:10 - गढवली नयो नियम10 अर ऊंची आवाज मा बुल्दी छै, “हमारा पिता परमेश्वर की स्तुति हो जु सिंहासन पर विराजमान च, अर चिनखा की स्तुति कैरा भस तू ही छै जु उद्धार दींदी।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali10 अर इन नारा लगौणा छा कि, “हमतै बचौण वळा परमेस्वर की, जै हो, जु कि राजगद्दी पर बैठयूं च बोला वेकी, जै हो हमतै बचौण वळा मेम्ना की, जै हो।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
फिर मिल स्वर्ग मा बट्टी यु बड़ो शब्द आंद सूंणि, अब हमारो पिता परमेश्वर अपड़ा विश्वासी लुखुं तैं उद्धार दयालो! अब उ अपड़ी सामर्थ को इस्तेमाल करलो अर राजा का रूप मा काम करलो! अब वेको मसीह दुनिया पर अपड़ो अधिकार को दावा करलो! किलैकि अब शैतान हमारा पिता परमेश्वर की उपस्थिति मा खड़ो हवे के हमारा दगड़िया सेवकों पर दिन-रात भंगार नि लगालो। किलैकि वे तैं स्वर्ग का राज्य बट्टी भैर फेंके द्ये गै!