दिब्य दरस 5:12 - गढवली नयो नियम12 अर उ चिनखा की तारीफ कनु कु गीत गांणा छा, “योग्य च, उ चिनखो च जै तैं मरै गै छो। हम वेकी महान सामर्थ, धन, ज्ञान अर शक्ति का कारण वे तैं महिमा अर स्तुति दींण चयणु च।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali12 अर ऊ ऊँची आवाज मा इन गाणा छा कि, “हे बलिदान होयां मेम्ना तुमरि ताकत अर सामर्थ, तुमरो धन, अकल अर आदर-सम्मान, अर तुमरि बडै होणी रौ, किलैकि तुम ही तारीफ पौण का लैख छाँ।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |