दिब्य दरस 22:18 - गढवली नयो नियम18 मि यूहन्ना, हर वे आदिम तैं चितांणु छो जु ईं किताब की भविष्यवाणी की बातों तैं सुणद जु अभि हूंणी छिनी अर भविष्य मा होली, जु ईं किताब मा लिख्युं छिनी जु कुई भि यु संदेश मा कुछ भि बढांद, त परमेश्वर ऊंको दण्ड तैं बढ़ै दयालो। परमेश्वर ऊं विपत्तियों बट्टी वे तैं मरलो ज्यांको जिक्र मिल ईं किताब (चाम्रपत्र) मा कैरी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali18 अर मि ईं किताब मा लिखी भविष्यबाणियों तैं सुनण वळा हरेक तैं इन चितै देन्दु कि अगर कुई यां मा कुछ भि जुड़दु, त यां मा लिखी पीड़ा परमेस्वर वे पर डललु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर फिर सात स्वर्गदूत जौं तैं आखरी सात विपत्तियों तैं लेकर जांण छो, वे स्वर्गीय मन्दिर बट्टी भैर निकलनी। उ चमकदार सफेद कपड़ा पैरयां छा अर ऊंकी छती का चौ तरपां सोना की पट्टियां भि छै। फिर चार ज्यून्दा प्राणियों मा बट्टी एक ल ऊं सात स्वर्गदूतों तैं पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी जु हमेशा ही ज्यूँदो च, भयानक दण्ड बट्टी भुरयां एक-एक सोना को कटोरा द्ये।
अर उ दुसरो जानवर अर वेका दगड़ी उ झूठो संदेश दींण वलो जु अफ तैं पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो बुल्द पकड़ै गै, वेल जानवर का तरपां बट्टी झूठा चमत्कार दिखै अर ऊं सभि लुखुं तैं भरमै, जौनु जानवर की छाप अपड़ा कपाल पर लगै छै अर जु वेकी मूर्ति की आराधना करदा छा, यु द्वी ज्यूंदा ही वीं आग की झील मा, जु गन्धक ल जल्दींनि डलै गैनी।