दिब्य दरस 18:18 - गढवली नयो नियम18 अर जब उ वीं आग बट्टी निकलीनि त वे धुवां तैं दिखला जु शहर तैं जलांणु च, तब उ चिल्लाला, “यु जन महान शहर कभी नि हवे” အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali18 अर वींका फूक्योंण का धुंवा तैं देखि के ऊंन चिल्लै के बोलि, “‘ये बड़ा नगर का जन दुसरो नगर कुई नि छौ।’ အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
बाबेल को बड़ो शहर तीन हिस्सों मा बंटे गै, अर पूरी दुनिया का सैरा शहर नष्ट हवे गैनी। किलैकि पिता परमेश्वर ल उ पूरो कैरी जैको वेल बाबेल की जातियों का दण्ड का बारा मा वादा कैरी छो। यूं तैं पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी कठोर दण्ड दिए जालो। यु इन होलो जन ऊंल बगैर पांणी मिल्युं दाखमधु तैं पियेले हो, जै तैं पिता परमेश्वर ल अफ ही वे प्याला मा उण्डेली हो जु वेका गुस्सा तैं बतांद।