दिब्य दरस 12:9 - गढवली नयो नियम9 यु बड़ो अजगर, उ ही च जु भौत बगत पैली गुरो का रूप मा दिखै छो, जै तैं शैतान या भंगार लगांण वलो भि बुल्दींनि। यु उ ही च जु ईं दुनिया का लुखुं तैं धोखा दींद अर अपड़ा दुष्टदूतों का दगड़ी धरती पर पटकी गै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali9 अर खुंखार रागस अर वेका दूतों तैं धक्का मारी के धरती पर ढुळै गै। अर यू वु च जु दुनियां का लोगु का दगड़ा मा छल-कपट करदु, भौत पुरणु गुरौ, दुसरो पर दोष लगौण वळु, जैकू शैतान बुले जान्दु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
इख तक की मीकाईल ल भि जु पिता परमेश्वर का मुख्य स्वर्गदूतों मा बट्टी एक छो, वेल अपमान नि कैरी जन यु अधर्मी लोग करदींनि। किलैकि जब वेल शैतान का दगड़ी विवाद कैरी अर पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वला मूसा की देह तैं लींणु कु अपड़ा अधिकार की चुनौती द्ये, त मीकाईल ल भि यु नि सोचि कि वेमा बुरी बात बोलि के शैतान पर जांच का द्वारा भंगार लगांण कु अधिकार च। बल्कि वेल बोलि, “प्रभु त्वे दगड़ी कड़ाई से बात कैरो।”
अर उ दुसरो जानवर अर वेका दगड़ी उ झूठो संदेश दींण वलो जु अफ तैं पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो बुल्द पकड़ै गै, वेल जानवर का तरपां बट्टी झूठा चमत्कार दिखै अर ऊं सभि लुखुं तैं भरमै, जौनु जानवर की छाप अपड़ा कपाल पर लगै छै अर जु वेकी मूर्ति की आराधना करदा छा, यु द्वी ज्यूंदा ही वीं आग की झील मा, जु गन्धक ल जल्दींनि डलै गैनी।
मि जंणदु छो कि तेरु शहर शैतान का वश मा च, पर यांका बावजूद तिल मि पर अपड़ा विश्वास तैं कसी के पकड़ी के रखि अर तिल मेरी शिक्षाओं तैं नि छोड़ी, इख तक कि तब भि न जब भौत बगत पैली अन्तिपास की हत्या किये गै छै। उ मेरा वचनों का प्रचार कन मा विश्वासयोग्य छो, इलै वे तैं तेरा शहर मा मरै गै जु शैतान का वश मा च।
सूंण, उ लोग जु एक इन झुण्ड का सदस्य छिनी जु शैतान बट्टी जुड़यां छिनी अर दावा करदींनि कि उ यहूदी छिनी पर उ सच्चा यहूदी नि छिनी अर उ झूठ बुल्दींनि मि ऊं तैं तेरा वश मा कैरी दयुलु जु यहूदी बंणि गैनी, पर छै नि छिनी अर झूठ बुल्दींनि मि इन करुलु, कि उ ऐ के तेरा संमणी ऐ के दण्डवत् करला, अर यु जांणि जाला, कि मिल त्वे बट्टी प्रेम रखि।
पर और लोग जु ऊं विपत्तियों बट्टी पैली नि मरै गै छा, ऊंल अभि भि अपड़ा बुरा कामों बट्टी पछतौ नि कैरी छो। ऊंल हत्या कन, टूणा-टुटगा, यौन अनैतिकता या चोरी कन बट्टी पछतौ नि कैरी। ऊंल दुष्टात्माओं अर अपड़ी हथों बट्टी बंणि चीजों की आराधना कन भि नि छोड़ी, जन कि सोना या चाँदी या पितले या ढुंगा अर लखड़ो ल बणईं मूर्तियां, उ मूर्तियां, न त दिखदी छिनी, न सुणदींनि, अर न ही चलदी छिनी।