फिर यीशु ल अपड़ा शिष्यों दगड़ी कपरनाहुम शहर छोड़ी दींनि, उख बट्टी उठि के उ यहूदिया प्रान्त बट्टी हवे के यरदन गाड का पल्या छाला पर ऐनी जख फिर एक बार एक भीड़ वेका नजदीक फिर कठा हवे गै अर उ फिर ऊं तैं अपड़ी रीत का अनुसार उपदेश दींण लगि गै।
फिर वेका बाद यीशु यहूदी अगुवों तैं मिसाल दे के ऊंका दगड़ा मा बात कन लगि गै, “एक आदिम ल अपड़ा अंगूर का बगिचा मा कुछ अंगूर लगैन अर वेका चौतरफी बाड़ भि बंधि अर रस कु कुंड भि खैणि अर गुम्मट बणै अर किसानों तैं किराया पर दे के एक लम्बी यात्रा मा परदेश चलि गै।”
यीशु ल अपड़ा उपदेश म ऊंकु बोलि, मूसा की व्यवस्था तैं सिखांण वलो से चौकस रयां जु लम्बा-लम्बा चौला पैरी के समाज का बीच घुमण अर बाजारों मा सम्मान का दगड़ी प्रणाम