मरकुस 4:17 - गढवली नयो नियम17 पर यु अपड़ा भितर दिल मा परमेश्वर का वचन तैं जौड़ा बट्टी पकड़ण नि दींदीनी एलै वचन कुछ ही दिनों कु रांदो यांका बाद जब ऊं पर क्लेश या बिपदा औंदि त तब उ तुरंत छोड़ी दींदिनि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali17 मगर बिस्वास मा जड़ नि होण की वजै से वु कुछ बगत तक ही बिस्वास मा बणयां रौनदिन। इलै वचन की वजै से जब कुई दुख-तकलीफ या कुई सतौ ऊंका जीवन मा औन्दिन, त वु लोग बिस्वास करण छोड़ि देन्दिन। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
जु मूसा की व्यवस्था का अनुसार इन सजा छै, त वे आदिम की सजा भौत बड़ी होली जु पिता परमेश्वर का नौंनो कु तिरस्कार करदींनि; वेल पिता परमेश्वर का नौंनो तैं अपड़ा खुट्टों मुड़ी मींडी येले किलैकि वेल वेको सम्मान नि कैरी; वेल मसीह का ल्वे तैं पवित्र नि मांणी अर अशुद्ध ठैरे जैका द्वारा पिता परमेश्वर ल वे तैं पवित्र बनांणु कु नई प्रतिज्ञा शुरू कैरी; वेल पवित्र आत्मा कु अपमान कैरी जैका द्वारा वे पर दया हवे।
ऊं दुखों बट्टी नि डैर जु त्वे तैं मिललो। शैतान लुखुं बट्टी तुम मा से कुछ तैं गिरफ्तार करालो अर तुम तैं कैद मा डलै जालो कि उ तुम्हरी अजमैश कैर साक। तुम दस दिनों तक बड़ी मुसिबतों कु अनुभव करली। पर मि पर विश्वास कन कभी नि छोड़ी, चाहे मुरण भि पोडो, किलैकि मि त्वे तैं तेरु जीत का प्रतिफल का रूप मा अनन्त जीवन दयुलु।
मि जंणदु छो कि तेरु शहर शैतान का वश मा च, पर यांका बावजूद तिल मि पर अपड़ा विश्वास तैं कसी के पकड़ी के रखि अर तिल मेरी शिक्षाओं तैं नि छोड़ी, इख तक कि तब भि न जब भौत बगत पैली अन्तिपास की हत्या किये गै छै। उ मेरा वचनों का प्रचार कन मा विश्वासयोग्य छो, इलै वे तैं तेरा शहर मा मरै गै जु शैतान का वश मा च।