अर यीशु ल ऊंमा बोलि, परमेश्वर ल यहूदियों का विश्राम का दिन जु परमेश्वर कु पवित्र दिन च मनिख्युं कु बंणये न कि मनिख यहूदियों का विश्राम का दिन जु परमेश्वर कु पवित्र दिन कु।
अर यीशु ल ऊंमा बोलि, क्य परमेश्वर हम तैं यहूदियों का विश्राम का दिन जु परमेश्वर कु पवित्र दिन च भलो कन य ठिक कनै की आज्ञा दींद च कि बुरो कनै की आज्ञा दींद य कैका प्राण तैं बचांद य मरण की आज्ञा दींद फिर उ चुप रैनी।
ईं बात पर कुछ फरीसी यीशु का बारा मा बुल्ण बैठी गैनी कि यु मनिख परमेश्वर का तरपां बट्टी नि च किलैकि यु यहूदियों का विश्राम का दिन जु परमेश्वर कु पवित्र दिन च नि मंणदु। पर दुसरा लुखुं ल बोलि, पापी मनिख इन चिन्ह चमत्कार कनके दिखै सकदु? अर ऊंमा फूट पोड़ि गै।
अर पिता परमेश्वर ल सभि चीजों तैं मसीह का अधिकार का अधीन कैरी दये, अर उ वीं च, जै तैं परमेश्वर सभि विश्वास कन वलो की मण्डलि पर अगुवा का रूप मा नियुक्त करद