मरकुस 13:34 - गढवली नयो नियम34 मि तुम तैं एक मिसाल सुणांदु जु अब मेरा जांणा का बाद मेरा वापिस आंणु कु एक उदाहरण च या वे मनिख कि तरौं दशा च जु परदेश जांदी बगत अपड़ो घौर छोड़ी कै जौं अर अपड़ा नौकरों तैं हक दे द्यो अर हरेक तैं वेका काम बतै द्यो अर फटक का चौकिदार तैं सजग राणो कु आज्ञा द्यो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali34 “अब मि तुमतै वे दिन अर वे बगत का बारा मा एक उदारण बतौन्दु, एक दिन एक मनखि जैन परदेस जाण का बगत अपणा घौर की जबाबदारी अपणा नौकरों का हाथों मा सौंप दिनी, अर हरेक तैं वेको काम बतै, अर पैरेदार तैं आज्ञा दिनी की चौकस रै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
फिलदिलफिया शहर की मण्डलि का दूत तैं लिख; मि ही उ छो जु पवित्र अर सचै छो, जै मा उ चाबी च जु राजा दाऊद की च। जब मि वीं चाबी तैं लींदु छो अर एक द्वार तैं खुलद त कुई भि वे तैं बंद नि कैर सकद, अर जब मि चाबी लींदु अर एक द्वार बंद कैरी दींदु त कुई भि वे तैं खोल नि सकद, जैका खुल्यां तैं कुई बन्द नि कैर सकद अर बन्द करयां तैं कुई खोल नि सकद, उ यु बुल्द,