जब यीशु ल वे कि आवाज तैं सूंणि त रुकि के अमणी-संमणी का लुखुं तैं बोलि, “वे तैं मि मा ल” अर लोग वे अंधा तैं वे मा लैनि अर वेकु बोलि, “ढाडस बांध उठ उ त्वे तैं बुलांणु च।”
हमारा अमणी-संमणी इन कई लोग छिनी जु की जिन्दगी हम तैं बतांद कि विश्वास कु मतलब क्य च; हर एक रुकण वली चीज, अर उलझांण वला पापों तैं दूर कैरी के हम वे बट्टा पर चला जै पर हम तैं जरूरी चलण चयणु च, उख चला।