5 यीशु ल ऊंकु बोलि, “तुमारा जिद्दी हूंण का कारण वेल तुम तैं या आज्ञा दींनि।
5 मगर यीशु न ऊंकू बोलि, “तुमरा मन का निठुर होण की वजै से वेन तुमतै या आज्ञा लिखी के दिनी।
यीशु ल ऊंकु बोलि, “तुमारा जिद्दी हूंण का कारण मूसा तुम तैं यु आज्ञा दींनि।”
हे जिद्दी लुखुं, तुम वेकी बात मनणु से इंकार करदां, तुम हमेशा पवित्र आत्मा को विरोध करदा; जन तुम्हरा पुरणो ल कैरी, उन ही तुम भि करदा।