ईं बात पर सब लोग अचम्भो कैरी कै आपस मा एक दुसरा तैं पुछण लगि गैनी, “कि या क्य बात च? यु त कुई नयो उपदेश च जु बड़ा अधिकार का दगड़ी दुष्टात्मा तैं भि झिड़की दींणु च अर उ वेकी झिड़की मणदी छिन।”
पर जब वे बट्टी भि जादा कुई और बलिष्ट चड़ै कैरी कै वे तैं जीति लींदु त वेका उ हथियार जौं पर वेको भरोसो छो लूछि दींदु अर वेकी सम्पति लूटि के बांटि दींदु।
अर देख एक दुष्टात्मा वे तैं पकड़दी च अर उ बिजां चिल्लांदु अर व वे तैं इन मरोड़ि दींद कि उ वेका गिच्चा बट्टी झाग निकलण लगि जांदु अर वे तैं कुचलिके बड़ी मुश्किल से छुड़द।