7 अर उ उठि के अर अपड़ी खाट उठै के अर सभियूं का संमणी बट्टी निकली अपड़ा घौर चलि गै।
7 अर उ उठी के अपणा घौर चलि गै।
ज्यां बट्टी तुम जांणि जां कि, “मि मनिख कु नौंनो धरती पर पाप माफ कनु कु भि अधिकार रखदु छों तब वेल लकवा का रोगी कु बोलि मि त्वे कु बुल्णु छौं उठ अपड़ी खाट उठै के घौर चलि जा।”
सब लोग जु वे तैं दिखणा छा उ ईं बात पर सब भैचक हवे गै छा अर परमेश्वर की बड़ै कन लगि गैनी कि जैल मनिख्युं तैं इन अधिकार दींनि।