अर देखा कथग ही लोग एक लकवा का रोगी तैं चार मनिख खाटलो मा उठवै के वेका संमणी लैनि यीशु ल ऊंका विश्वास तैं देखि के बोलि, “हे नौंना ढाडस रख तेरा पाप माफ हवे गैनी।”
इलै अब न त कुई यूनानी अन्यजाति रै, न यहूदि, न खतना कन वलो, अर न उ जै को खतना नि हुयुं हो, न जंगली, न असभ्य, अर न गुलाम, अर न स्वतंत्र, पर मसीह ही सब मा महान च, अर उ अपड़ा सभि लुखुं मा रौंदो।
अर जौं का स्वामि विश्वासी छिन, ऊं तैं उ विश्वासी भैय समझी के सही सम्मान द्या; बल्कि ऊंकी और भि सेवा कैरा, किलैकि यां बट्टी फैदा उठांण वला विश्वासी अर मसीह मा भैय का रूप मा प्रेम करदींनि। यूं बातों कु पालन कनु कु सभियूं तैं उत्साहित कनु रौ।