यहूदियों का विश्राम का दिन जु परमेश्वर कु पवित्र दिन यीशु यहूदियों का मिलणा का भवन मा परमेश्वर का वचन की शिक्षा दींण लगि गै अर भौत लोग भैंचक मा पड़ी गैनी अर बुल्ण बैठी गैनी कि येल यु बात कख बट्टी सिखिनि? अर यु ज्ञान अर चमत्कार का काम कनै की सामर्थ यु तैं कैल दींनि?
यु सूंणि के प्रधान याजक अर मूसा की व्यवस्था तैं सिखांण वला, कि यीशु क्य बुल्णु च अर क्य कनु च, त उ यीशु तैं नाश कनु को मौका खुज्योंण लगि गैनी किलैकि उ वेकी लोकप्रियता से डरदा छा, अर जु उ सिखांदु छो भीड़ का लोग वे तैं पसंद करदां छा इलै अर हकदक रै जांदा छा।
जब यीशु ल यु सैरी बात बोलि येलि छै त तब उ गलील जिला बट्टी चलि गै; अर यहूदिया प्रान्त मा यरदन गाड का पल्या छाला पर ऐनी जख फिर एक बार एक भीड़ वेका नजदीक फिर कठा हवे गै अर वेल उख बिमारों तैं खूब कैरी।