मत्ती 28:2 - गढवली नयो नियम2 अर देखा एक बड़ो भ्युंडोल हवे किलैकि प्रभु को एक स्वर्गदूत स्वर्ग बट्टी उतरी अर कब्र का संमणी ऐ के वे ल कब्र का द्वार बट्टी बड़ो ढुंगो हटै दींनि अर वे ढुंगा पर बैठी गै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali2 अर सुणा, अचानक एक बड़ु भ्वींचळु ऐ, किलैकि प्रभु को एक दूत स्वर्ग बटि ऐ, अर वेन ऐके कबर का मुख पर रख्यां बड़ा डांग तैं हटै दिनी, अर वेमा पर बैठि गै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
यां मा कुई शक नीच कि भक्ति कु भेद गैरु-गम्भीर च, मसीह जु मनिख का रूप मा प्रकट हवे, पवित्र आत्मा का द्वारा पिता परमेश्वर का नौंनो का रूप मा साबित किये गै, स्वर्गदूतों तैं दिखै गै अन्य-जातियों का लुखुं ल देश-देश मा वेको प्रचार कैरी, दुनिया भर का लुखुं ल वे पर विश्वास कैरी अर महिमा का दगड़ा वे तैं मथि स्वर्ग मा उठै गै।
पर पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो तैं पिता परमेश्वर ल बतै कि ऊंका संदेश खुद ऊंका अफ कु नि छिनी बल्कि तुम कु छिनी। उ संदेश यीशु मसीह का बारा मा शुभ सन्देश प्रचार च जु तुम ल अब सूंणि। पिता परमेश्वर ल स्वर्ग बट्टी अपड़ो पवित्र आत्मा भेजि कि तुम शुभ सन्देश प्रचार कन मा लुखुं की मदद कैरा। यु सभि इथग अद्भुत च कि इख तक की स्वर्गदूत भि उत्सुकता ल यूं बातों तैं हूंदी दिखणां छिनी।