22 यु सूंणि के उ भैंचक्क मा पड़ी गैनी अर यीशु तैं छोड़ी के चलि गैनी।
22 अर या बात सुणी के वु हकदक ह्वे गैनी, अर यीशु तैं छोड़ि के उख बटि चलि गैनी।
तब यहूदी अगुवा समझी गै छा कि यीशु ल ऊंका बारा मा या मिसाल दींनि इलै उ वे तैं पकड़ण चांणा छा पर उ लुखुं से डरिनि अर वे तैं छोड़ी के चलि गैनी।
तुम्हरी बात सदनी नम्र अर सुणन मा अच्छी हो, कि तुम तैं हरेक मनिख तैं जवाब दींण ऐ जौं कि तुम क्य विश्वास करद्यां।
पर वेल जु कुछ भि बोलि, उ वेको कुछ जवाब नि दे साकी किलैकि पवित्र आत्मा ल वे तैं बड़ी बुद्धिमानी से बुल्ण मा मदद कैरी।
अर तब वे दिन कै तैं की फिर वे बट्टी कुछ भि पुछणो कु सासो नि हवे।”
लोग यीशु का उपदेश सूंणि के हकदक रै गैनी।
“देखा मि तुम तैं ढिबरों का जन भेड़ियों का बीच मा भिजद इलै गुरो जन बुद्धिमान अर कबूतर जन भोला बंणा।”
किलैकि मि तुम तैं इना बोल, अर बुद्धि दयुलु, कि तुमारा विरोधी सामना खंडन नि कैरी सकला।
यु सूंणि के यीशु भैंचक हवे गै अर जु वेका पिछनैं औणा छा ऊं बट्टी बोलि, “मि तुम मा सच बुल्णु छौं कि मिल पूरा इस्राएल का लुखुं का घराना मा एक भि इन आदिम नि मिली जु यु गैर-यहूदी आदिम का जन मि पर विश्वास करदो हो।