“तुम क्य समझदियां? जु कै मनिख कि सौ ढिबरा हो अर ऊंमा बट्टी एक हरचि जौं त उ निन्यानबे तैं एक सुरक्षित जगह मा छोड़ी के उ न पौड़ो पर जै के वीं हरचिं ढिबरा तैं नि खुज्यालो?
जु कुई मेरी बात सूंणि के वेकी मंणदु नि च त मि वे तैं भंगारी नि ठैरालो, किलैकि मि दुनिया का लुखुं तैं भंगारी ठैरांण कु नि, पर दुनिया का लुखुं तैं बचौणु कु अयुं छौं।
या बात सच च अर जै तैं पूरा ढंग से स्वीकार अर विश्वास किये जांण चयणु च कि मसीह यीशु हम पापियों तैं बचांणु अर उद्धार कनु कु ईं दुनिया मा ऐ, जौं मा सबसे बड़ो पापी मि छौं।