15 ऊंल इन ही कैरी अर सभियूं तैं बैठै दींनि।
15 अर चेलों न इन्नि कैरी, अर सभ्यों तैं बैठे दिनी।
यीशु ल अपड़ा चेलों मा बोलि, “ऊं तैं पचास-पचास कैरी के पांति मा बैठै द्या।”
यीशु ल ऊं पाँच रुट्टियुं तैं अर द्वी माछों तैं अपड़ा हथ मा लींनि अर स्वर्ग जनै देखि के परमेश्वर कु धन्यवाद कैरी अर रुट्टि द्वी टुकड़ों मा तोड़ी-तोड़ी के चेलों तैं दींद गैनी कि उ लुखुं तैं परोसुनु।