तब शमौन ल ऊं तैं आशीष दे के वेकी ब्वे मरियम मा बोलि, “उ त इस्राएल का लुखुं का घराना मा भौत लुखुं का विनाश अर उद्धार अर उ परमेश्वर की तरपां से एक चिन्ह का रूप मा भि जै गै छो, इलै भौत लोग वेको विरोध करला जैका विरोध मा बात किये जाली।”
जब यूहन्ना का भिज्यां दूत चलि गैनी तब यीशु, यूहन्ना का बारा मा लुखुं मा बुल्ण लगि गै तुम उख एकांत जंगल मा क्य दिखणु कु ग्यां छा? क्य बथौं बट्टी हिल्दा पत्तों तैं?
पर उ मनिख जैल परमेश्वर की आत्मा तैं नि पै, उ परमेश्वर की आत्मा की बातों तैं स्वीकार नि करदु, किलैकि उ वेकी नजर मा मूर्खता की बात च, किलैकि एक आदिम अपड़ी कीमत तभि जांणि सकद जब वेमा पवित्र आत्मा रौंदी।