10 अर भिज्यां दगड़ियों ल घौर लौटि के वे सेवक तैं खूब पै।
10 अर जौं लोगु तैं सुबेदार न भेजि छौ, ऊंन वापिस घौर ऐके देखि की उ नौकर खूब ह्वे गै।
ईं बात पर यीशु ल वीं तैं जवाब दींनि “हे नौंनि तेरु विश्वास भौत बड़ो च जन तु चाँदि छै उन ही त्वे कु हवे जौं” अर वीं कि नौंनि वीं घड़ी खूब हवे गै।
तब यीशु ल सुबदार मा बोलि, “घौर जा, जन तेरु विश्वास च उन ही त्वे कु हो” अर वेको सेवक वे ही बगत खूब हवे गै।
यीशु ल वेकु बोलि, क्य तू बुल्णी छै कि, जु तुम कैरी सकदां; क्य त्वे तैं विश्वास नि च? विश्वास कनवळा कु सभि कुछ हवे सकदु।
कुछ दिनों का बाद उ नाईन नौं का शहर कु गै अर वेका चेला अर बड़ी भीड़ वे दगड़ी जांणि छै।
यु सूंणि के यीशु हकदक रै गै अर वेल मुक फेरी के वीं भीड़ कु ज्वा वेका पिछनै औंणि छै बोलि, “मिल इस्राएल का लुखुं का घराना मा भि इन विश्वास नि देखि।”