31 तब ऊंका आंखा खुलि गैनी अर ऊंल उ पच्छ्याणि दींनि अर यीशु ऊंकी नजर मा बट्टी छिपी गै।
31 तब ऊ समझि गैनी अर ऊंन वेतैं पछ्याण दिनी, मगर यीशु ऊंकी समणि बटि झट गैब ह्वे गै।
उख लुखुं ल वे तैं पछयांणी दींनि अर अमणी-संमणी का सभि देशों मा यु खबर भेजि अर सभि बिमारों तैं वेका संमणी लैंनि
पर परमेश्वर ल ऊं तैं वे पहचाण से रोकि रखि, कि उ ऊं तैं पच्छ्याणि नि सकिनि।
पर उ ऊंका बीच मा बट्टी निकली के चलि गै।
तब ऊंल यीशु तैं मरणु कु ढुंगा उठैनि पर यीशु छिपी कै यरूशलेम शहर का मन्दिर बट्टी निकली गै।