20 पर पिलातुस ल यीशु जै तैं छुड़णै की इच्छा से लुखुं तैं फिर समझै?”
20 पर पिलातुस यीशु तैं छुड़ण चान्दु छौ, इलै वेन लोगु तैं फिर एक बार और समझै।
तब पिलातुस ल भीड़ तैं खुश कने मनसा से बरअब्बा तैं ऊंकी खातिर छोड़ी दींनि अर यीशु तैं कोड़ा मरवै कै रोमी सैनिको तैं सौंपी दींनि कि उ सूली पर चढ़ै जौ।
यु कारण बट्टी पिलातुस ल वे तैं छोड़ी दींण चै, पर यहूदियों ल चिल्लै-चिल्लै कै बोलि, “जु तु यु तैं छोड़ी दीलि त तु कैसर कु दगड़िया नि; जु कुई भि राजा हूंण का दावा करदु च उ कैसर कु दुश्मन च।”
जब उ न्याय आसण पर बैठयूं छो त वेकी घरवलि ल वेकु सवाल भेजि कि “तु वे धर्मी का मामला मा हथ नि डाली किलैकि मिल आज सुपन्या मा वेका कारण भौत दुःख उठै।”
जु झगड़ा कनवलों दगड़ा कैद मा छो जौंन रोमी सरकार का खिलाफ विरोध मा कुछ सिपैयूं की हत्या कैरी छै।
पर भीड़ फिर चिल्लै कै बोलि, “वे तैं सूली पर चढ़ै, सूली पर!”