51 यां पर यीशु न बोलि, “अब भस भि कैरा अर वेको कंदूड़ छवे कै खूब कैरी दींनि।”
51 पर यीशु न बोलि, “हे इन नि कैर,” अर वेन नौकर का कन्दूड़ पर हाथ लगै के खूब कैरी दिनी।
अर ऊंमा बट्टी एक चेला ल हथ बड़ै के अपड़ी तलवार खींचि के महायाजक कु सेवक कु दैंणु कंदूड़ काटि दींनि।
तब यीशु ल प्रधान याजक यरूशलेम शहर का मन्दिर का पैरादारों का मुखियों अर दाना-सयाणों कु जु ऊं पर चड़ी कै ऐ गै छा यीशु ल भीड़ कु बोलि क्य तुम मि तैं डाकु समझी कै पकड़णु अयां छा जु लाठा अर तलवार लीकै अयां छा?
जब मि ऊंका दगड़ा मा छो त मिल तेरु वे नौं से जु तिल मि दींनि ऊंकी राग जुगाल कैरी अर विनाश का नौंना तैं छोड़ वेमा बट्टी कुई नाश नि होलो इलै परमेश्वर का वचन मा लिखीं बात पूरी हवे।
पर पौलुस ल जोर से चिल्लै कै बोलि, कि “अफ तैं कुई नुकसान नि पौंछो, किलैकि हम सभि इखि छा।”
बुरै तैं अपड़ा मथि जीत हासिल नि कन द्या, पर भलै बट्टी बुरै तैं जीत ल्यावा।
मि उ ही पौलुस छों जु तुम्हरा संमणी डरपोक छो, पर तुम बट्टी दूर जांण पर हिम्मत वलो हवे जांदु; तुम तैं मसीह की नम्रता, अर कोमलता का कारण निवेदन करदु।