10 किलैकि मि मनिख कु नौंनो हरच्यां लुखुं तैं खुज्योंणु कु अर ऊं तैं बचौणु कु अयुं छों।
10 किलैकि मनखि को पुत्र हरच्यां लोगु तैं खुजै के बचौणु खुणि ही अयूं च।”
व नौंना तैं जन्म दयाली अर तू वे नौंना कु नौं यीशु रखि, “किलैकि उ नौंनो अपड़ा लुखुं तैं ऊंका पापों बट्टी बचालो।”
इस्राएल का लुखुं मा जावा, जु पिता परमेश्वर बट्टी दूर हवे गैनी, जन हरचि ढिबरो अपड़ा रखवला बट्टी दूर हवे जांद।
वेल जवाब दींनि, “इस्राएल का लुखुं का घराना कि हरचिं ढिबरा तैं छोड़ी के मि और कै मा नि भिजे ग्यों।”
“देखा तुम मा यूं छुटों मा बट्टी कै तैं भि तुच्छ नि जणयां किलैकि मि तुम मा बुल्णु छौं, कि स्वर्ग मा ऊँका स्वर्गदूत मेरा बुबा की उपस्थिति मा रौंदा छिन।”
किलैकि मि मनिख कु नौंनो हरच्यां लुखुं तैं बचांणु कु ऐ।
पर अब आनन्द मगन हूंण चयणु च किलैकि तेरु यु भैय जै कु मिल सोचि छो, कि मोरि गै छो पर फिर ज्यूँदो हवे गै हरचि गै छो पर अब मिली गै।
जु क्य जनन मा दस चांदी का सिक्का हो अर ऊंमा बट्टी एक हरचि जौ त व दिवडा जलाली अर घौर मा झाडू लगाली अर तब तक ध्यान से खुजाली जब तक वे तैं खुज्यै नि द्यो अर उ मिली नि जौ?
किलैकि परमेश्वर ल अपड़ा नौंना तैं दुनिया का लुखुं पर दंड दींणु कु नि भेजि, पर इलै भेजि कि दुनिया का लोग वेका द्वारा उद्धार पां।
किलैकि जब हम कमजोर ही छा त मसीह ठिक बगत मा पापियों कु मोरि।
इलै की जु यीशु का द्वारा पिता परमेश्वर का संमणी औंदींनि उ, ऊं लुखुं कु पूरो-पूरो बचाव अर उद्धार कैरी सकद, किलैकि यीशु लुखुं कु पिता परमेश्वर बट्टी बिनती कनु कु हमेशा जीवित अर उपस्थित च।