लूका 16:2 - गढवली नयो नियम2 त धनवान ल भण्डारी तैं बुलै कै बोलि, यु क्य च जु मि तेरा बारा मा सुनणु छौं? तिल मेरा धन कु क्य कैरी अपड़ो हिसाब बतौ किलैकि अगनैं अब तिल भंडारी नि रांण। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali2 तब सेठ न वे कर्ता-धर्ता तैं बुलै अर वेकू बोलि, ‘तेरा बारा मा मि यू क्या सुनणु छौं? अपणा काम को हिसाब-किताब बतौ, किलैकि अब तिन कर्ता-धर्ता नि रौण।’ အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर मिल मुरयां लुखुं तैं वे सिंहासन का संमणी खड़ा दिखिनि, मतलब कि जु जरूरी च। उ लोग जु समुद्र मा डूबी कै मोरि गैनी, अर कब्रों म का सभि मुरयां लोग, अर उ सभि लोग जु मोरि के अधोलोक मा छा, उ सभि वे सिंहासन का संमणी खड़ा हवीनि। उ किताब (चाम्रपत्र) खुलै गै जै मा ऊं लुखुं को नौं लिख्यां छा जै मा उ जीवन छो जैको कुई अंत नि च। उ किताब भि खुलै गै जै मा लुखुं ल जु-जु कैरी छो उ लिखै गै छो, अर हर एक ल जु कुछ कैरी छो वेका अनुसार ऊंको जांच के न्याय किये गै, जु वीं किताब मा लिख्युं छो।