फिर इन कु राजा होलो जु हैंका राजा का दगड़ा मा लड़ै लड़णु कु जांणु हो पैली बैठी के विचार नि कैर कि जु बीस हजार कि फौज ले के मेरा दगड़ा मा लड़णु कु आंणु च क्य मि दस हजार ल वेको मुकाबला कैरी सकदु छों कि नि कैरी सकदु?
अलकसी नि बणा; पर बड़ी मेहनत कन वलो का जन तुम तैं अंत तक धीरज अर विश्वास का दगड़ी आस रख के यु प्रेम का कामों तैं कन रा, कि पिता परमेश्वर का वादों तैं पै सका।
इलै तुम तैं चौकस रौंण चयणु च कि कखी यु लोग तुम तैं धोखा नि द्यां कि पिता परमेश्वर कि सेवा कु तुम्हरा द्वारा किये गै मेहनत बेकार नि हवे जौ अर पिता परमेश्वर तुम तैं तुम्हरी सेवा को पूरो प्रतिफल दयालो।