अर ऊंमा बट्टी कुछ फरीसी यीशु पर भंगार लगांणु कु ईं ताक मा लगयां छा कि वे तैं ध्यान से देखदां कि उ यहूदियों का विश्राम का दिन जु परमेश्वर कु पवित्र दिन च वे तैं खूब करदु च कि नि करदो।
अर उ यीशु कि ताक मा लगयां रैनी अर ऊंल गुप्तचर भिजिनि कि उ धर्म कु भेष रचि के यीशु तैं क्य-क्य बात पर पकड़नु अर वे तैं राज्यपाल का हथ मा अर अधिकार मा सौंपी द्ये।
पर कृपा कैरी के ऊंकी ईं बिनती का तरपां ध्यान नि द्ये, किलैकि ऊंमा बट्टी चालिस से भि जादा आदिम पौलुस तैं मरणै ताक मा छिनी जौं का कि इन सौं खयां छिन कि जब तक उ पौलुस तैं जान से नि मारि दयूला तब तक हम कुछ भि नि खौला-प्यूला अर तेरु जवाब को इन्तजार कना छिनी।”