यूहन्ना 8:44 - गढवली नयो नियम44 तुम अपड़ा बुबा शैतान बट्टी छा अर अपड़ा बुबा कि मनसा तैं पूरी कन चांदा छा उ त पैली बट्टी हत्यारो च अर उ सत्य पर टिक्यूँ नि रै सकद किलैकि वे मा सत्य ही नि च जब उ झूठ बुल्द त अपड़ा स्वभाव या बरतौ का अनुसार ही से बुल्द किलैकि उ झूठ को बुबा च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali44 अर तुम अपणा बुबा शैतान की तरफा बटि छाँ अर वेकी मनसा तैं पूरि करण चान्दा छाँ। उ त पैलि बटि हत्यारू च अर सच्चै पर नि टिक्यूं रौन्दु, किलैकि सच्चै वेमा छैई नि च। अर जब उ झूठ्ठ बुल्दु, त अपणा ही सभौ बटि बुल्दु। किलैकि उ त झूठ्ठु च, बल्किन मा झूठ्ठों को बुबा च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
ऊं दुखों बट्टी नि डैर जु त्वे तैं मिललो। शैतान लुखुं बट्टी तुम मा से कुछ तैं गिरफ्तार करालो अर तुम तैं कैद मा डलै जालो कि उ तुम्हरी अजमैश कैर साक। तुम दस दिनों तक बड़ी मुसिबतों कु अनुभव करली। पर मि पर विश्वास कन कभी नि छोड़ी, चाहे मुरण भि पोडो, किलैकि मि त्वे तैं तेरु जीत का प्रतिफल का रूप मा अनन्त जीवन दयुलु।
पर जु मि पर विश्वास नि रखदींनि, ऊं तैं जोर जबरदस्ती ल गन्धक ल जलांण वली वीं झील मा शामिल किये जालो, जु कि दुसरी मौत च अर यु ही परिणाम ऊंको भि होलो, जु लुखुं का संमणी मि तैं स्वीकार कन से डरदींनि, बुरा काम करदींनि, जु हत्यारा छिनी, यौन रूप बट्टी अनैतिक छिनी, जादु-टूणा करदींनि अर मूर्तियों की पूजा करदींनि अर झूठ बुल्दींनि।”