फसह कु त्यौहार से पैली जब यीशु ल जांणेली छो कि वेको जगत छोड़ी के बुबा मा लौटि जांणु कु उ बगत ऐ गै त अपड़ा अनुयायियों बट्टी जु जगत मा छा प्रेम रखदो छो उ अब ऊं तैं अपड़ा प्रेम की पूरी हद तक प्रेम करदो छो।
यु बातों तैं वेल यरूशलेम शहर का मन्दिर का चौक मा उपदेश दींण का भंडार घौर मा बोलि, अर कैन वे तैं नि पकड़ी किलैकि ऊंकु दुःख उठांण अर मुरण का बगत अभि तक नि ऐ छो।