यीशु ल परमेश्वर बट्टी यरूशलेम शहर का मन्दिर मा ऐ के ऊं सभियूं तैं जु परमेश्वर बट्टी मन्दिर मा पैसा को लींण दींण कना छा निकाली दींनि अर साहूकारों का मेज तैं अर कबूतर बिचण वलो कि चौकि तैं भि फरकै दींनि।
उ हमेशा यरूशलेम शहर का मन्दिर मा उपदेश दींदु छो, अर प्रधान याजक अर मूसा की व्यवस्था तैं सिखांण वला अर लुखुं का मुखिया यीशु तैं नाश कनु कु मौका खुज्योंण लगि गैनी।
यीशु ल वे तैं जवाब दे “मिल सभि तैं खुलि कै सभियूं का संमणी बात कैरी; मिल यहूदियों का मिलणा का भवन मा अर यरूशलेम शहर का मन्दिर मा जख सभि यहूदी कठ्ठा हूंदा छिनी हमेशा उपदेश कैरी अर उ गुप्त मा कुछ भि नि बोलि।
कुछ बगत का बाद उ यीशु तैं यरूशलेम शहर का मन्दिर का चौक मा मिली। यीशु ल वेमा बोलि, देख तु ठिक हवे गै दुबरा पाप नि कैरी इन नि हो कि यांसे कुई भारी विपदा त्वे पर ऐ जौ।
तब यीशु ल यरूशलेम शहर का मन्दिर मा उपदेश दींण बगत धै लगै के बोलि, तुम जंणदा छा अर यु भि जंणदा छा कि मि कखौ छौं। मि त अफ बट्टी नि अयुं पर मेरा भिजण वलो विश्वासयोग्य च वे तैं तुम नि जंणदा।
यु बातों तैं वेल यरूशलेम शहर का मन्दिर का चौक मा उपदेश दींण का भंडार घौर मा बोलि, अर कैन वे तैं नि पकड़ी किलैकि ऊंकु दुःख उठांण अर मुरण का बगत अभि तक नि ऐ छो।